बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि कैश फॉर क्वेरी मामले में उनकी शिकायतों को सही मानते हुए लोकपाल ने टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दे दिया है. दरअसल, निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा ने उद्योगपति हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे.
निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ”सत्यमेव जयते, आज मेरे शिकायत को सही मानते हुए लोकपाल ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ CBI को जॉंच करने का आदेश दिया. यानि चंद पैसों के लिए तृणमूल कॉंग्रेस की पूर्व सांसद ने हीरानंदानी के साथ भ्रष्टाचार व देश की सुरक्षा को गिरवी रखा. जय शिव”
सत्यमेव जयते
आज मेरे शिकायत को सही मानते हुए लोकपाल ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ CBI को जॉंच करने का आदेश दिया । यानि चंद पैसों के लिए तृणमूल कॉंग्रेस की पूर्व सांसद ने हीरानंदानी के साथ भ्रष्टाचार व देश की सुरक्षा को गिरवी रखा। जय शिव pic.twitter.com/hzxHpqN1Mr
— Dr Nishikant Dubey(Modi Ka Parivar) (@nishikant_dubey) March 19, 2024
दरअसल, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं आरोप है कि महुआ ने अपने दोस्त हीरानंदानी को संसद की लॉगइन आईडी और पासवर्ड दिया. निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर महुआ के खिलाफ जांच की मांग की थी.
इसके बाद एथिक्स कमेटी का गठन किया गया था. एथिक्स कमेटी ने महुआ के खिलाफ आरोपों को सही ठहराया था और कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद महुआ मोइत्रा के आचरण को अनैतिक और अशोभनीय करार देते हुए उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी. महुआ मोइत्रा 2019 में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से टीएमसी के टिकट पर चुनाव जीती थीं. ममता बनर्जी की पार्टी ने महुआ को इस बार भी इसी सीट से उम्मीदवार बनाया है.