Women Reservation Bill: संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन बिल) लंबी चर्चा के बाद लोकसभा से पास हो गया. बिल को 454 सांसदों ने समर्थन दिया, जबकि 2 वोट इसके विरोध में पड़े. इस दौरान नई संसद में पुरानी तकनीक से वोटिंग कराई गई. इसके लिए सदन में मौजूद सभी सदस्यों को पर्चियां बांटी गईं. इसके अलावा नए संसद भवन में डिविजन नंबर नहीं दिए गए हैं.
पर्चियां बांटे जाने पर विपक्ष ने सवाल पूछा तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि क्योंकि ये संविधान संशोधन है तो इसके लिए वोटिंग होगी और क्योंकि नए सदन में डिविजन नंबर नहीं है. इसलिए बिल पर मतदान पर्चिंयों के जरिए किया जाएगा.
हरे रंग पर्ची ‘हां’ के लिए
वहीं, इस बारे में सदन के महासचिव ने कि लोकसभा के सदस्यों को जो पर्ची भेजी गई है. उसमें हरा और लाल कलर दिया गया है. इसका हरा रंग यह दर्शाता है कि आप बिल के समर्थन में है, जबकि लाल रंग का इस्तेमाल बिल का विरोध करने के लिए किया जा सकता है.
सांसदों को पर्ची पर देनी होगी जानकारी
इसके अलावा एक एक पर्ची में पीला रंग भी दिया गया. अगर कोई सांसद वोटिंग में शामिल नहीं होना चाहता तो उसे पीली पर्ची भरनी होगी. इतना ही नहीं पर्ची में सदस्यों को अपना नाम, आईडी नंबर, निर्वाचन क्षेत्र की जानकारी भी देनी होगी. पर्चियां भरने के बाद सदन के अधिकारी गिनती के लिए पर्चियां इकठ्टा करेंगे.
राज्यसभा में होगी बिल पर चर्चा
बता दें कि महिला आरक्षण बिल लोकसभा से पारित होने के बाद गुरुवार (21 सितंबर) को राज्यसभा में भेजा जाएगा, जहां उस पर चर्चा की जाएगी. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बताया कि इस विधेयक पर चर्चा के लिए साढ़े सात घंटे का समय तय किया गया है.
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