प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री व टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने 18 सितंबर को आरोप लगाया था कि तिरुपति बालाजी के प्रसाद में उपयोग होने वाला कथित देसी घी जानवरों की चर्बी पाई गई है.
उनके इस बयान के बाद देश की देशभर की सियासत गरमा गई.
तिरुपति प्रसादम विवाद पर आंध्र प्रदेश साधु परिषद के अध्यक्ष स्वामी श्रीनिवासनंद सरस्वती ने भी गुस्सा जताया है.
उन्होंने कहा कि हम बहुत परेशान हैं. वाईएसआरसीपी अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ईसाई समुदाय से हैं और उन्होंने कभी भगवान वेंकटेश्वर को महत्व नहीं दिया. उन्होंने कभी हिंदू धर्म में विश्वास नहीं किया.
स्वामी श्रीनिवासनंद सरस्वती ने कहा कि जगन मोहन रेड्डी ने हमेशा अध्यक्ष और अन्य पदों पर ईसाइयों को नियुक्त किया. इन कर्मचारियों ने हमेशा भगवान वेंकटेश्वर को व्यापारिक उद्देश्य से देखा. पांच साल में जगन मोहन रेड्डी ने तिरुमाला मंदिर की पवित्रता को बर्बाद कर दिया.
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने मंदिरों में हिंदू भक्तों द्वारा दिए गए चढ़ावे से बहुत सारा पैसा लिया है.
सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि हम सरकार से इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हैं.”
Published at : 24 Sep 2024 10:34 AM (IST)
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