<p type="text-align: justify;"><sturdy>IAF To Buy Fighter Squadron:</sturdy> भारतीय वायुसेना लड़ाकू स्क्वाड्रनों की संख्या में इजाफा करने के लिए लगभग 100 और तेजस मार्क-1A जेट का ऑर्डर देने की योजना बना रही है. इससे वायुसेना को और मजबूती मिलेगी. 100 तेजस मार्क-1A जेट के लिए प्रस्तावित सौदा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ फरवरी 2021 में किए गए कॉन्ट्रैक्ट से अलग होगा.</p>
<p type="text-align: justify;">टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक दो साल पहले वायु सेना ने 83 लड़ाकू व‍िमानों की खरीद के ल‍िए 46,898 करोड़ रुपये की डील की थी. यह सभी जेट अमेरिकी GE-414 इंजन से संचालित होते हैं. HAL को इन जेट्स को फरवरी 2024 से 2028 फरवरी की समय सीमा में डिलीवर करना है.</p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>स्क्वाड्रनों की संख्या बढ़ाएगी वायुसेना</sturdy><br />मामले में सूत्रों ने कहा, " भारतीय वायुसेना अपने लड़ाकू स्क्वाड्रनों की संख्या को बढ़ाने के लिए बेताब है. फिलहाल वायुसेना में केवल 31 लड़ाकू स्क्वाड्रन रह गए हैं. इनमें तीन पुराने मिग-21 बाइसन स्क्वाड्रन भी शामिल हैं, जिन्हें जल्द ही रिटायर कर दिया जाएगा." उन्होंने कहा कि 83 तेजस जेट के पहले ऑर्डर के बाद भारतीय वायुसेना अब अतिरिक्त 100 मार्क-1A लड़ाकू विमानों के लिए प्रस्ताव को मंत्रालय भेजा रहा है. </p>
<p type="text-align: justify;">वायुसेना ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में मार्क-1 फाइटर जेट्स को अस्थायी रूप से एक फॉरवर्ड बेस पर तैनात किया था, जो चीन और पाकिस्तान दोनों के साथ पर नजर रखता है. </p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>लड़ाकू विमान में होंगे सुधार</sturdy><br />रिपोर्ट के मुताबिक तेजस मार्क-1A लड़ाकू विमानों में मार्क-1 जेट की तुलना में 43 सुधार होंगे. इनमें मौजूदा मैकेनिकल रडारों को बदलने के लिए एक्टिव इलेक्ट्रोनिक्ली स्कैन आरे (AESA), रडार, हवा से हवा में ईंधन भरने, लंबी दूरी की बीवीआर, मिसाइलें, दुश्मन के रडार और मिसाइलों को जाम करने के लिए एडवांस इलेक्ट्रॉनिक वारफेर शामिल हैं. </p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>मार्क -2 लड़ाकू विमान के डेवलपमेंट को मंजूरी</sturdy><br />इससे पहले कैबिनेट समिति ने पिछले साल अगस्त में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले तेजस मार्क -2 लड़ाकू विमान के डेवलपमेंट को भी मंजूरी दे दी थी. भारतीय वायुसेना की कम से कम छह स्क्वाड्रन को शामिल करने की योजना है. इसमें पुराने GE-F404 इंजन वाले तेजस मार्क-1 शामिल हैं. इनमें मार्क-1ए जेट की तुलना में लॉन्गर कॉम्बैट रेंज और अधिक हथियार ले जाने की क्षमता होगी. </p>
<p type="text-align: justify;"><sturdy>एडवांस मिडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट बनाने की योजना</sturdy><br />इसके अलावा भारत 5वीं जनरेश के स्टील्थ एडवांस मिडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) को भी विकसित करने की योजना बना रहा है. पहले दो AMCA स्क्वाड्रन में GE-F414 इंजन होने की भी संभावना है, जबकि अगले पांच AMCA मार्क-2 स्क्वाड्रन में अधिक शक्तिशाली 110 किलोन्यूटन इंजन होगा. </p>
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