India-Bangladesh Relation: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार (20 जनवरी) को बांग्लादेश के नवनियुक्त विदेश मंत्री मोहम्मद हसन महमूद से युगांडा में मुलाकात की और दोनों देशों के बीच लगातार मजबूत हो रहे द्विपक्षीय संबंधों की सराहना की. जयशंकर ने युगांडा की राजधानी कम्पाला में शुक्रवार (19 जनवरी) को शुरू हुए दो-दिवसीय गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) शिखर सम्मेलन से इतर हसन महमूद से मुलाकात की.
मुलाकात के दौरान जयशंकर ने बांग्लादेश का विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने पर डॉ. महमूद को बधाई भी दी. इस महीने की शुरुआत में बांग्लादेश में नई सरकार के गठन के बाद दोनों नेता पहली बार मिल रहे थे.
भारत-बांग्लादेश संबंध हो रहे मजबूत
जयशंकर ने इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “आज कम्पाला में बांग्लादेश के नए विदेश मंत्री डॉ मोहम्मद हसन महमूद से मिलकर बहुत खुशी हुई. उनकी नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी और उनकी सफलता की कामना की. भारत-बांग्लादेश संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं. जल्द ही दिल्ली में उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं.”
अन्य देशों के विदेश मंत्रियों से भी मिले एस जयशंकर
इससे पहले जयशंकर ने मिस्र, मालदीव, अंगोला और बेलारूस के विदेश मंत्रियों के साथ भी बैठक की थी. इस दौरान विदेशमंत्री ने उनके साथ आपसी हितों और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने के मुद्दों पर चर्चा की. भारतीय विदेशमंत्री ने सभी नेताओं के साथ अपनी मुलाकात तस्वीरें एक्स पर शेयर की हैं.
So glad to fulfill with my new Bangladesh counterpart FM Dr. Mohammed Hasan Mahmud in Kampala at present. Congratulated him on his appointment and wished him all success.
India-Bangladesh relations are rising from energy to energy. Look ahead to receiving him in Delhi quickly. pic.twitter.com/wa6k7jcKWf
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 20, 2024
आम चुनाव जीती अवामी लीग
गौरतलब है कि अवामी लीग नेता शेख हसीना की सरकार ने सात जनवरी को आम चुनावों में भारी जीत हासिल कर लगातार चौथा कार्यकाल हासिल किया. भारत और बांग्लादेश इतिहास, भाषा, संस्कृति और कई अन्य समानताएं साझा करते हैं.
विदेश मंत्रालय के अनुसार उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंध संप्रभुता, समानता, विश्वास और समझ पर आधारित एक सर्वव्यापी साझेदारी को दर्शाते हैं, जो रणनीतिक साझेदारी से कहीं आगे है. यह साझेदारी पूरे क्षेत्र और उससे परे द्विपक्षीय संबंधों के एक मॉडल के रूप में मजबूत, परिपक्व और विकसित हुई है.
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