Raj Thackeray on Migrants: लोकसभा चुनाव के बीच सभी पार्टियां जोरों शोरों से प्रचार प्रसार में जुटी हुई है. इस बीच उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना (यूबीटी) से अलग होने के बाद पहली बार मनसे प्रमुख राज ठाकरे एकनाथ शिंदे गुट के प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में पहुंचे. इस दौरान राज ठाकरे ठाणे में सीएम एकनाथ शिंदे के गुरु आनंद दिघे के आश्रम में भी गए थे. ठाणे से एकनाथ शिंदे गुट के शिवसेना के उम्मीदवार नरेश महस्के की सभा में राज ठाकरे ने लोगों को संबोधित किया.
‘ठाणे में अब कंक्रीट के जंगल खड़े हो गए’
इस दौरान मनसे चीफ राज ठाकरे ने कहा, “जब मैं आनंद मठ गया तो मुझे पुराने दिन याद आने लगे. आनंद दिघे और मेरे बीच दोस्ताना संबंध थे. आज मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि मैं उसी बिल्डिंग में आ गया हूं. ठाणे एक हलचल भरा शहर था. अब तालाबों को सूखा दिया जाता है और पानी के टैंकर उतारे जाते हैं. ठाणे में अब कंक्रीट के जंगल खड़े हो गए हैं.”
प्रवासियों फिर साधा निशाना
इस चुनावी सभा में राज ठाकर ने एक बार फिर प्रवासियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में कई सालों से अलग-अलग राज्यों से लोग आते रहे हैं जब तक बाहरी दबाव नहीं रुकेगा तब तक यहां विकास नहीं होगा. सांसद यहां कितना भी फंड लेकर आएं कुछ भी नहीं हो सकता है. ठाणे एकमात्र ऐसा जिला है जहां 7-8 नगर पालिकाएं हैं. ठाणे के लोगों ने जनसंख्या नहीं बढ़ाई है, बल्कि मीरा भयंदर, उल्हासनगर, वसई, अंबरनाथ, कल्याण-डोंबिवली, भिवंडी वहां जनसंख्या बढ़ी है. इस बोझ को वहीं रख दो, अब हम पर से बोझ उतारो.”
शिंदे गुट के प्रत्याशी के प्रचार में पहुंचे राज ठाकरे ने कहा, “कितने भी महानगर और विकास कर लो, कुछ नहीं होगा. चुनाव बेहतर विकास के लिए लड़ते हैं. महाराष्ट्र में किसी को भी मराठी बोलने में सक्षम होना चाहिए, लेकिन लोग कल आएंगे कहेंगे कि मराठी बोलना सीखेंगे, लेकिन सीखते नहीं. पुणे में मैंने कहा था कि मैं पहला चुनाव देख रहा हूं, जिसमें कोई मुद्दा नहीं है.”
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