Prajwal Revanna Sex Scandal: रेप के आरोपी जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना को महिला पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने शुक्रवार (31 मई 2024) को गिरफ्तार किया था. तब से ही इस टीम को लेकर लगातार बातें चल रही थीं. अब इस टीम को लेकर कर्नाटक पुलिस ने बड़ी जानकारी दी है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को सुबह बेंगलुरु हवाई अड्डे से बलात्कार के आरोपी जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार करने के लिए महिला पुलिस अधिकारियों की टीम भेजने का फैसला सोच-समझकर लिया गया था.
गिरफ्तारी के बाद का वीडियो हुआ वायरल
उन्होंने बताया कि 29 सदस्यीय एसआईटी में 14 महिलाएं हैं, जिनमें जांच अधिकारी से लेकर टेक्निकल एक्सपर्ट तक सभी रैंक की अधिकारी शामिल हैं. गिरफ्तारी के दिन महिला अधिकारियों की टीम ने प्रज्वल को पुलिस वाहन की पिछली सीट पर बिठाया और उसे एसआईटी के क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट में ले गई. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. बाद में जब उसे कोर्ट और मेडिकल चेकअप के लिए बॉरिंग अस्पताल ले जाया गया, तब भी उसके साथ महिला अधिकारी ही थीं. एसआईटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “प्रज्वल को गिरफ्तार करने के लिए सभी महिला अधिकारियों को भेजने के पीछे का मकसद यह संदेश देना था कि जिस तरह उसने पद का दुरुपयोग करके महिलाओं को शोषण किया है उसके लिए इन महिलाओं के पास उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने का अधिकार है.
एसआईटी में शामिल हैं ये महिलाएं
दरअसल, एसआईटी प्रज्वल के खिलाफ यौन उत्पीड़न के तीन मामलों की जांच कर रही है. हासन से सांसद रेवन्ना 27 अप्रैल को भारत से फरार हो गया था. उसके फरार होने के बाद एसआईटी का गठन किया गया. इस मामले की जांच में महिला अधिकारी सबसे आगे थीं, लेकिन जांच अधिकारी सुमा रानी और दो आईपीएस अधिकारियों – डिप्युटी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (हेडक्वॉर्टर) सुमन डी पेन्नेकर और मैसूर सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस सीमा लाटकर के नाम के अलावा एसआईटी ने अन्य महिलाओं के नाम का खुलासा नहीं किया है.
इन नामों का इसलिए नहीं हुआ खुलासा
एसआईटी सूत्र ने कहा, “हम विभिन्न कारणों से महिला अधिकारियों के नाम का खुलासा नहीं करना चाहते हैं. हम एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं, और साथ ही, संभावना है कि महिला अधिकारियों का निजी जीवन प्रभावित हो सकता है क्योंकि प्रज्वल रेवन्ना एक प्रभावशाली परिवार से आते हैं.” ऊपर बताए गए तीन लोगों के अलावा, एसआईटी में महिला अधिकारियों में दो सहायक पुलिस आयुक्त, दो इंस्पेक्टर, तीन सब-इंस्पेक्टर, दो हेड कॉन्स्टेबल और दो कॉन्स्टेबल शामिल हैं. इन अधिकारियों ने कहा कि वे प्रज्वल के साथ हर दूसरे आरोपी की तरह ही व्यवहार करते हैं. एसआईटी के सूत्रों के अनुसार, कोई भी अधिकारी हासन से नहीं है, क्योंकि इससे केस प्रभावित हो सकता है.
ये भी पढ़ें
Lok Sabha Election Exit Poll 2024: जहां माफियाओं पर चला योगी का बुलडोजर, वहां क्या है बीजेपी का हाल?