Pakistan PM Shehbaz Sharif UNGA Speech: पाकिस्तान ने UNGA में फिर एक बार कश्मीर का राग अलापा है. पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के लोग शांति की मांग कर रहे हैं. भारत ने पाकिस्तानी पीएम के भाषण पर राइट टू रिप्लाई के तहत जवाब दिया है. भारत ने कहा है कि पाकिस्तान अतीत में जी रहा है.
पाकिस्तानी पीएम न्यूयॉर्क में 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 79वें की बैठक को संबोधित कर रहे थे. फिलिस्तीन और इजरायल के आपसी जंग पर बोलते-बोलते शहबाज शरीफ ने कश्मीर राग आलापना शुरू कर दिया. पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने अपनी स्वतंत्रता और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए संघर्ष किया है.
‘भारत ने अपने वादों से मोड़ा मुंह’
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा, “शांति की ओर बढ़ने के बजाय, भारत ने जम्मू-कश्मीर पर सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू करने के अपने वादों से मुंह मोड़ लिया है. ये प्रस्ताव कश्मीर के लोगों के लिए एक जनमत संग्रह का आदेश देते हैं ताकि वे आत्मनिर्णय के अपने मौलिक अधिकार का इस्तेमाल कर सकें.”
यूएनजीए में शहबाज शरीफ कहते हैं, “5 अगस्त, 2019 से, भारत ने एकतरफा अवैध कदम उठाए (अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के संदर्भ में), जिसे उसके नेता कश्मीर के लिए ‘अंतिम समाधान’ कहते हैं. 900,000 भारतीय सैनिक लंबे समय तक कर्फ्यू, न्यायेतर हत्याएं और युवा कश्मीरियों के अपहरण सहित कठोर उपायों के जरिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को आतंकित करते हैं.”
भारत कश्मीर में नाकामयाब होगा: पाकिस्तानी पीएम
शहबाज शरीफ इतने में ही नहीं रूके, उन्होंने भारत सरकार पर कई और आरोप लगाए. उन्होंने कहा, “भारत कश्मीरी भूमि और संपत्तियों को जब्त कर रहा है और मुस्लिम बहुमत को अल्पसंख्यक में बदलने के लिए अपने नापाक डिजाइन में बाहरी लोगों को कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में बसा रहा है, यह रणनीति सभी कब्जे वाली शक्तियों की ओर से नियोजित की जाती है. वह (भारत) हमेशा विफल रहे हैं और खुदा के करम से कश्मीर में भी विफल होंगे.”
अमन के लिए पाकिस्तानी पीएम ने सुझाया ये कैसा रास्ता
पाकिस्तानी पीएम ने भारत और पाकिस्तान की सरहदी और कुटनीतिक रिश्ते सामान्य बनाने के लिए कहा कि भारत के अपने फैसलों को वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा, “स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए, भारत को 5 अगस्त, 2019 में उठाए गए एकतरफा और अवैध उपायों को वापस लेना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा [परिषद] प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुसार जम्मू और कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत में प्रवेश करना चाहिए. याद रखें, अवैध कब्जे फिलिस्तीन के क्षेत्रों और कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर की प्राचीन घाटियों में हर दिन एक नया नरक पैदा करते हैं.”
देखें, पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने यूएनजीए में क्या कुछ कहा:
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