Maharashtra Politics Crisis: महाराष्ट्र में उठे सियासी तूफान के बाद राजनीतिक उठा पटक जारी है. अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने बगावत करने वाले विधायकों पर एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया है. एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने इन विधायकों को बर्खास्त करते हुए कहा कि पार्टी के प्रतीकों को इस्तेमाल करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
जयंत पाटिल के इस फैसले को एनसीपी चीफ शरद पवार का समर्थन मिला है. शरद पवार ने कहा कि उनके निर्णय को हमारा समर्थन रहेगा. हम नया संगठन खड़ा करेंगे. उन्होंने कहा, “कौन गया और किसके लिए गया मैं इसकी चिंता नहीं करता हूं क्योंकि यह अब दो-तीन बार हो चुका है. राज्य में हमारा संगठन मजबूत है.”
“अजित पवार की बातों का अब कोई महत्व नहीं”
शरद पवार ने कहा, “एक बार मैं विदेश गया था तो कई लोग पार्टी छोड़कर चले गए थे मुझे कोई चिंता नहीं थी. अजित पवार का फैसला उनका निजी फैसला है. उनकी बातों का अब कोई महत्व नहीं है.”
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