Maulana Arshad Madani on Palestine: फिलिस्तीन और वहां के लोगों के मुद्दे पर जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने खुलकर राय जाहिर की है. उन्होंने इस मसले पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निजी दामन साफ करने के लिए भी कहा है. रविवार (3 नवंबर 2024) को दिल्ली में संविधान बचाओ सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा, “जिस दिन पहले हमला फिलिस्तीन ने किया, उस दिन भारत के प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दहशतगर्द हैं. मुझे यह सुनकर अफसोस हुआ. मैं कहा कि जो यह कहते हैं कि ये दहशतगर्द हैं तो फिर गांधी और नेहरू विद्यासागर थे, जिन्होंने गुलामी की जंजीरों को तोड़ा.”
अरशद मदनी ने खुलकर ने कार्यक्रम में संबोधन के दौरान यह भी बताया, “मैं जब अरब गया तो मैंने सुना कि हिंदुस्तान का बारूद फिलिस्तीनियों को खत्म करने में इस्तेमाल हो रहा है. यहां तक कि मुझसे कहा गया था कि हिंदुस्तान के फौजी भी फिलिस्तीनियों को मारने में लगाए गए हैं. मैं इस बात का दावा तो नहीं करता हूं लेकिन पीएम को दामन साफ करना चाहिए.”
राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में हुए प्रोग्राम में मौलाना मदनी ने इसके अलावा वक्फ संशोधन बिल, मुसलमानों की जमीन, बीजेपी की हुकूमत और बुलडोजर कार्रवाई को लेकर भी बेबाकी से राय रखी. वह यह भी बोले कि अगर फिरकापरस्त लोगों की पॉलिसी को अपनाएंगे तो फिर मुल्क तबाह हो जाएगा,बर्बाद हो जाएगा.
“I.N.D.I.A. आगे निकला और BJP हारी”
इंडिया ब्लॉक को लेकर अरशद मदनी ने कहा, “गठबंधन की पॉलिसी को अच्छा समझता हूं. एक तरफ सरकार का किरदार है जो आपके सामने पेश किया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर इंडिया गठबंधन ने जो मेनिफेस्टो जारी किया है, उसमें राहुल गांधी ने कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो हम हर धर्म को उनके मजहब के मुताबिक चलने की आजादी देंगे. मैंने उनकी बात की कद्र करता हूं. इसलिए मैंने उस गठबंधन को वोट देने की अपील की थी. जिसमें मुसलमान को अपना मजहब फॉलो करने की छूट हो. मुझे खुशी है कि गठबंधन आगे निकला और बीजेपी हार गई.
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