हरियाणा विधानसभा चुनाव में मात्र दो दिन शेष है. चुनाव प्रचार के लिए इस बार मैदान में उतरे राहुल गांधी का अलग ही अंदाज देखने को मिल रहा है. चुनावी जनसभा के दौरान वह कभी पकौड़े खाते नजर आते हैं तो कभी गोहाना की फेमस मातूराम हलवाई की दुकान की जलेबी. उन्होंने ग्रामीण परिवार के घर में खाना भी खाया तो वहीं मदीना गांव के किसानों ने उन्हें वह पौधा चुनाव में उपहार में दिया, जिसे उन्होंने खेतों में खुद ट्रैक्टर चला कर रोपा था.
पिछले साल राहुल गांधी मदीना गांव में उस समय पहुंचे थे, जब धान की रोपाई हो रही थी. उन्होंने खुद ट्रैक्टर चलाया था और किसानों के साथ खेत में धान की रोपाई भी की थी, जिसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था. अब जब अपनी विजय संकल्प यात्रा के दौरान वह मदीना गांव से निकले तो उन्हें वहीं धान उपहार में दिया गया.
राहुल गांधी बीते रोज मंगलवार को बहादुरगढ़ पहुंचे, जहां पर एक समर्थक ने उन्हें पकौड़ा चौक पर उन्हें पकौड़ा ऑफर किया. इसके बाद वह सोनीपत पहुंच गए. यहां के एक गांव बड़वासनी में राहुल ने एक घर में चूल्हे पर बनी दाल, सूखी सब्जी और रोटी खाई. खाने के साथ लस्सी भी पी.
खाना खाकर राहुल गांधी गोहाना पहुंचे, जहां पर नई सब्जी मंडी में उन्हें चावल उपहार में दिया गया और यह बताया गया कि यह उनकी मेहनत का फल है. यह चावल उस पौधे से निकालकर तैयार किया गया है, जिसे उन्होंने मदीना गांव में रोपा था.
राहुल गांधी जब गोहाना पहुंचे तो वहां के फेमस मातूराम की जलेबी भी उनको खिलाई गई. उन्होंने कहा कि उनकी बहन प्रियंका को मिठाई में जलेबी बहुत पसंद है. वह बोले मुझे मिठाई में कुछ और पसंद है, लेकिन जलेबी खाकर ऐसा लगा कि उन्होंने इसे बेहतरीन जलेबी कभी नहीं खाई. उसके बाद राहुल गांधी ने अपनी बहन को फोन किया और बताया कि वह उनके लिए गोहाना की जलेबी लेकर आ रहे हैं. उन्होंने जो मैसेज भेजा उसे पढ़कर भी सुनाया.
कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें देखा जा सकता है कि राहुल गांधी के साथ-साथ दीपेंद्र हुड्डा और बजरंग पुनिया भी बड़वासनी गांव में एक गरीब परिवार के घर में गए हैं, जहां पर महिलाओं ने उनका गीत गाकर स्वागत किया और मिट्टी के बने चूल्हे पर पका खाना खा रहे हैं.
राहुल गांधी ने गांव की महिलाओं से विभिन्न मुद्दों पर बात की एक महिला का कहना था वह अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर परेशान हैं तो वहीं दूसरी महिला का कहना था कि ग्रेजुएट नौजवानों के पास नौकरी ही नहीं है यही कारण है कि वे लोग गलत राह पर आगे बढ़ रहे हैं. दूसरी ओर बजरंग पूनिया भी एक बच्चे को पहलवानी सिखाते नजर आए.
Published at : 02 Oct 2024 02:12 PM (IST)