Flipkart Apology: ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट अपने सेल ऑफर के लिए कई नए तरह के विज्ञापन लाती रही है. हाल ही में कंपनी ने प्रोडक्ट सेल ऑफर के लिए एक विज्ञापन पेश किया जो उसके लिए मुसीबत बन गया. इस विज्ञापन पर जमकर सोशल मीडिया पर बवाल हुआ और मामला यहां तक पहुंच गया कि खुद फ्लिपकार्ट ने माफी मांगी और उस विज्ञापन वीडियो को डिलीट कर दिया.
दरअसल, इस विज्ञापन वीडियो में पति के लिए आलसी, कमबख्त और बेवकूफ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया था. ये वीडियो एक हैंडबैग ऑर्डर करने से जुड़ा हुआ था जिसमें दिखाया गया था कि महिलाएं फ्लिपकार्ट सेल में नए हैंडबैग ऑर्डर कर सकती हैं. इस वीडियो में बिना पति को बताए हैंडबैग को स्टोर करने के भी तरीके बताए गए थे.
कंपनी को झेलना पड़ा विरोध
पतियों के लिए आलसी, कमबख्त और बेवकूफ जैसे शब्दों को इस्तेमाल करने की वजह से कंपनी को काफी विरोध झेलना पड़ा. सोशल मीडिया यूजर्स ने कंपनी को जमकर घेरा और इस वीडियो की काफी आलोचना भी की. कई यूजर्स ने तो कंपनी को लताड़ लगाते हुए कई भद्दे कमेंट्स भी कर दिए. वहीं कुछ ने नाराजगी जताते हुए धमकी दी कि अबसे हम आपके प्रोडक्ट्स नहीं खरीदेंगे.
हटाया गया वीडियो
NCMIndia Council For Men Affairs ने भी इस वीडियो पर आपत्ति जताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘फ्लिपकार्ट ने इस खराब पोस्ट को हटा दिया लेकिन पति को आलसी, कमबख्त और बेवकूफ कहने के पीछे क्या तर्क था. माफी मांगनी चाहिए और उम्मीद है कि वो दोबारा इसे नहीं दोहराएंगे. इसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’ फ्लिपकार्ट ने लिखा, ‘हम गलती से पोस्ट किए गए इस आपत्तिजनक वीडियो के लिए खेद व्यक्त करते हैं.जैसे ही हमें अपनी गलती का एहसास हुआ, हमने इसे डिलीट कर दिया. भविष्य में बेहतर काम करेंगे.’
So @Flipkart deleted this misandrist publish. But what was the logic behind even posting such poisonous video addressing a Husband as Aalsi, Kambakkht and Bewakoof Pati. They should apologise for this and hope they won’t repeat it. Misandry will Not be Tolerated Anymore. https://t.co/GwiEzgdMEH pic.twitter.com/fLf8KywE0e
— NCMIndia Council For Men Affairs (@NCMIndiaa) September 23, 2024
लोगों ने दिए ये रिएक्शन
पूनम नाम की एक यूजर ने X पर लिखा, ‘यही वजह है कि मैं फ्लिपकार्ट का इस्तेमाल नहीं करती. शर्म आनी चाहिए.’ मनीष नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘उन अधिकारियों को नौकरी से निकाल देना चाहिए जिन्होंने यह विचार सोचा.’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘क्या आपको इस आक्रोश के लिए खेद है? लेकिन ऐसा सोचने, इसे बनाने और इसे पोस्ट करने के लिए खेद नहीं है!’ प्रबल सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘फ्लिपकार्ट, ये वीडियो स्क्रिप्टिंग, वॉयस ओवर, पोस्ट प्रोडक्शन समेत कई स्टेप्स से गुजरा लेकिन आप इसे अब भी गलती से पोस्ट होना बता रहे हैं.’
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