Delhi News: दिल्ली सरकार ने राजधानी के सभी स्कूलों के लिए ‘2047 का भारत, मेरे सपनों का भारत’ प्रतियोगिता का आयोजन किया. इस दौरान स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों ने आजादी की 100वीं वर्षगांठ के बारे में अपने विचारों और जुनून को व्यक्त करने किया.
शिक्षा मंत्री आतिशी गुरुवार (24 अगस्त) को त्यागराज स्टेडियम में इसके समापन समारोह में शामिल हुई. प्रतियोगिता में शामिल बच्चों से बातचीत कर 2047 के भारत को लेकर उनके आइडियाज, देश को लेकर उनके सपनों पर चर्चा की और प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया. प्रतियोगिता में पूरी दिल्ली से लगभग 3.17 लाख छात्र और शिक्षक शामिल हुए थे.
कार्यक्रम में क्या कुछ हुआ?
कार्यक्रम के दौरान छात्रों को अपने संबोधन में बधाई देते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, “यहां मौजूद छात्र जिस आत्मविश्वास के साथ 2047 के भारत के लिए अपना विजन प्रस्तुत कर रहे हैं मुझे यह देखकर बेहद खुशी हो रही है. मुझे विश्वास है कि हम अपने छात्रों के इसी आत्मविश्वास और विजन की बदौलत, 2047 तक भारत को जरूर एक वैश्विक शक्ति और ग्लोबल लीडर में बदल देंगे.”
क्या कुछ बोलीं शिक्षा मंत्री?
आतिशी ने कहा कि, छात्रों ने 2047 में भारत के लिए अपने भविष्य के दृष्टिकोण को साझा किया है, चाहे वह महिलाओं सुरक्षा सुनिश्चित करने के विषय में हो, इलेक्ट्रिक वाहनों से आगे बढ़ने के बारे में हो, या सभी के लिए खाद्य सुरक्षा हासिल करने के विषय में हो. ये विचार इस बात पर ज़ोर डालते हैं कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाला प्रत्येक बच्चा भविष्य के लिए एक बेहतर भारत की कल्पना कर रहा है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि,1947 से लेकर आज तक, भारत ने महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन अभी भी कई लक्ष्य हासिल किए जाने बाकी हैं और सुधार लागू किए जाने बाकी हैं. आज भी देश में बहुत से बच्चे ऐसे है जिन्हें अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती, बहुत से लोगों को हेल्थ-केयर सुविधाएं नहीं मिल पाती, बेरोजगारी है, महिलाओं-लड़कियों को अपने घर से बाहर जाने में असुरक्षा का भाव होता है.
ये भी पढ़ें:
आज हुए लोकसभा चुनाव तो किसकी बनेगी सरकार? वोट शेयर से लेकर सीटों तक…जानें सर्वे में सबकुछ