Cyclones In India List: साइक्लोन बिपरजॉय अत्यधिक गंभीर की स्थिति से कुछ कम में तब्दील हुआ है लेकिन इसकी चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों जोरों पर हैं. इसके 15 जून को गुजरात के कच्छ जिले और पाकिस्तान के कराची तट के बीच पहुंचने की संभावना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (12 जून) को चक्रवात को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने और जरूरी सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
गृह मंत्री अमित शाह ने की समीक्षा बैठक
मंगलवार (13 जून) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी चक्रवात बिपरजॉय के खतरों से निपटने की तैयारियों की एक समीक्षा बैठक की. सरकार की ओर से कहा गया है कि उसका ध्यान जीरो कैजुअल्टी और संभावित नुकसान कम से कम हो, इस पर है.
अधिकारियों के मुताबिक, कच्छ और सौराष्ट्र से अब तक करीब 30 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि चक्रवात बिपारजॉय फसलों, सड़कों और बिजली लाइनों आदि को व्यापक नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है. बिपरजॉय ने भारत के कुछ सबसे घातक चक्रवातों की याद दिलाई है.
चक्रवाती तूफान तौकते
मई 2021 में अत्यंत भयंकर चक्रवाती तूफान तौकते ने गुजरात के कुछ हिस्सों में तबाही मचाई थी. इस चक्रवाती तूफान के कारण 170 से ज्यादा लोगों ने जानें गंवा दी थीं. मुंबई तट से दूर एक टग बोट ‘Barge P-305’ चक्रवात की वजह से डूब गई थी, जिसमें 80 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
चक्रवात फानी
अत्यंत भयंकर चक्रवात फानी 2019 में ओडिशा के तट से टकराया था, जिसकी वजह से 100 से ज्यादा लोगों ने जानें गंवा दी थीं. चक्रवात अधिकतम 240 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ आया था. तूफान के ओडिशा तट से टकराने से कुछ घंटे पहले करीब दस लाख लोगों को लगभग 5,000 अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया था.
1999 ओडिशा चक्रवात
1999 में ओडिशा में आए घातक चक्रवातों में से एक ने 9,800 से ज्यादा लोगों ने जानें ले ली थीं. 2 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे. चक्रवात अधिकतम 260 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ पारादीप तट से टकराया था.
1998 गुजरात चक्रवात
1998 में बेहद गंभीर चक्रवात गुजरात के पोरबंदर तट से अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ टकराया था. इस चक्रवाती तूफान के कारण 1,176 लोगों ने जानें गंवा दी थी और 1,700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
1996 चक्रवाती तूफान
1996 में एक बहुत ही भयंकर चक्रवाती तूफान आंध्र प्रदेश में काकीनांदा के पास के तट से टकराया था. चक्रवात के कारण करीब 2 हजार लोगों की मौत हो गई थी और 900 लोग लापता बताए गए थे. चक्रवात की वजह से 3 लाख हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर फसलों को नुकसान हुआ था.
1977 सुपर साइक्लोन
देश के इतिहास में सबसे घातक प्राकृतिक आपदाओं में से एक ‘सुपर साइक्लोन’ ने 1977 में आंध्र प्रदेश के निजामपत्तनम से टकराने के बाद करीब 10,000 लोगों की जानें ले ली थीं. सुपर साइक्लोन से करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति को नुकसान हुआ था.
1971 ओडिशा चक्रवात
1971 में ओडिशा के पारादीप तट से अत्यंत भयंकर चक्रवात टकराया था, जिसकी वजह से अनुमानित 10 हजार लोगों ने जानें गंवा दी थीं.
1977 आंध्र प्रदेश चक्रवात
वहीं, 1977 में आंध्र प्रदेश में आए चक्रवात में 14,204 लोगों की जांनें चली गई थीं.
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