Lok Sabha Election 2024 Speculation: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बाद अब जनता दल यूनाइटेड (JDU) चीफ नीतीश कुमार ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के समय से पहले होने की आशंका जताई है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “…चुनाव (2024 लोकसभा) किसी भी समय हो सकते हैं. यह जरूरी नहीं है कि वे समय पर ही हों…”
नीतीश का यह बयान विपक्षी गठबंधन इंडिया की मुंबई में होने वाली बैठक से पहले आया है. 31 अगस्त और 1 सितंबर को होने वाली इस बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम और सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा होनी है. इसके अलावा बैठक में गठंबंधन के संयोजक का नाम, गठबंधन की साझा चुनाव सभाएं, मेनिफेस्टो और लोगो पर फैसला होना है.
गौरतलब है कि देश में 1971, 1984 और 2004 में भी समय से पहले लोकसभा के चुनाव हुए थे. पहले दो चुनाव में कांग्रेस ने बंपर सीट से सत्ता में वापसी की, जबकि 2004 में बीजेपी को समय से पहले चुनाव करवाने पर हार का मुंह देखना पड़ा था.
1971 में पहली बार समय से पहले हुए चुनाव
1971 में पहली बार समय से पहले चुनाव हुए थे और इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी थीं. 1967 में कांग्रेस 283 सीटें पाने वाली कांग्रेस को इस बार 352 सीटें मिली थीं और पार्टी बंपर जीत के साथ सत्ता में लौटी.
1984 में कांग्रेस को बहुमत
1984 में एक बार फिर देश में समय से पहले लोकसभा चुनाव हुए. इस बार इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति की लहर में कांग्रेस से प्रचंड बहुमत हासिल किया. इस बार पार्टी को रिकॉर्ड 404 सीटें मिलीं और राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने.
2004 में बीजेपी की हार
तीसरी और आखिरी बार 2004 में समय से पहले लोकसभा चुनाव हुए पर इस बार सत्ता बीजेपी की थी और देश की बागडोर अटल बिहारी वाजपेयी के हाथ में थी. पार्टी ने इंडिया शाइनिंग’, ‘फील गुड’ का नारा और ‘भारत उदय’ यात्रा के साथ समय से पहले चुनाव करवाने की घोषणा की. हालांकि, उसे कांग्रेस की तरह सफलता नहीं मिल सकी. 1999 में 182 सीटें पाने वाली बीजेपी इस बार 145 सीटों पर सिमट कर रहे गई.
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