IAF Chief AP Singh: भारतीय वायुसेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने तेजस लड़ाकू विमान की डिलीवरी में हो रही देरी पर चिंता जताई. इसके साथ ही उन्होंने चीन और पाकिस्तान की सेना की बढ़ती ताकत का भी जिक्र किया.
21वें सुब्रतो मुखर्जी सेमिनार ‘एयरोस्पेस में आत्मनिर्भरता’ में बोलते हुए एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने आरएंडडी पर जोर देने के बारे में बात की और बताया कि कैसे यह समय सीमा को पूरा करने में सक्षम नहीं होने पर अपनी प्रासंगिकता खो देता है.
‘चीन हो रहा है ताकतवर’
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, “जहां तक रक्षा का सवाल है, हमें अपने उत्तरी और पश्चिमी प्रतिद्वंद्वियों से चिंता है. दोनों ही देश अपनी ताकतों को तेजी से बढ़ा रहे हैं. जहां तक चीन का सवाल है, यह सिर्फ संख्या नहीं है. तकनीक भी तेजी से बढ़ रही है. हमने अभी-अभी उनके ओर से निकाले गए नए नई पीढ़ी के विमान की उड़ान देखी है. स्टील्थ लड़ाकू विमान.”
चीन के पास दो तरह के स्टील्थ लड़ाकू विमान
एपी सिंह ने आगे कहा, “अमेरिका के बाद चीन दुनिया का दूसरा ऐसा देश है, जिसके पास रिकॉर्ड समय में कम से कम दो तरह के स्टील्थ लड़ाकू विमान – जे-20 और जे-35 – विकसित किए गए हैं. इस बीच, तथाकथित 6वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान का परीक्षण किया जा रहा है.
‘हमें फ्लेक्सिबल होना चाहिए’
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने सेमिनार में कहा, “क्षमता निर्माण महत्वपूर्ण है, हमें हर बार इसकी आवश्यकता नहीं हो सकती है, लेकिन हमें फ्लेक्सिबल होना चाहिए और प्रोडक्शन एजेंसियों को गति बढ़ाने और अपने जनशक्ति को बेहतर बनाने के लिए अपनी उन्नत विनिर्माण प्रक्रियाओं में निवेश करना होगा.”
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