
नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की जांच में साफ हुआ है कि संकटग्रस्त आईएलएंडएफएस के पूर्व प्रबंधन ने कुछ प्रमुख समितियों ने पिछले कुछ सालों के दौरान कोई बैठक नहीं की. गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) सेक्टर में तरलता की कमी के साथ-साथ आईएलएंडएफएस का संकट उजागर होने के बाद से अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है.
आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ सालों के दौरान आईएलएंडएफएस की प्रमुख समितियों की कोई बैठक नहीं हुई. रिपोर्ट के अनुसार, आईएलएंडएफएस की रिस्क मैनेजमेंट कमेटी और इन्वेस्टमेंट रिव्यू कमेटी की बैठक करीब तीन साल तक नहीं हुई.
आरबीआई ने कहा, ‘रिस्क मैनेजमेंट कमेटी की बैठक करीब तीन साल तक नहीं हुई और रिस्क मैनेजमेंट संबंधी कोई उपाय नहीं किया गया.’ आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पांच अक्टूबर 2015 के बाद इन्वेस्टमेंट रिव्यू कमेटी की भी बैठक नहीं हुई.